तेरी जय हो गजानन जी
इस मंत्र के पहले शब्द ‘गण’ का मतलब है जीवात्मा, दूसरे ‘गण’ का मतलब शिव और ‘गणात’ यानी हृदय में और ‘बोते’ यानी कि देखो। इसका कुल मिलाकर यही अर्थ होता है कि उन्होंने अपने भक्तों को संदेश दिया कि- हे जीवात्मा अपने हृदय में परमात्मा को देखो।